☯ पोलपात - चारण।
☯ भंडारी - भंडार देखता था।
☯ नंगारची - नंगारे बजने वाला।
☯ रसालदार - घोड़ो का इंचार्ज।
☯ बाकियवाला - बाकिया बजने वाला।
☯ सहनाई वाला - सहनाई बजने वाला।
☯ पोलची - बाहर की पोल का पहरेदार।
☯ सलेहखानेदार - वेपन्स का रख-रखाव।
☯ कुम्भार - कुओ से पानी लाना और भरना।
☯ पोतेदार - पैसा/कैश का लेन-देन देखना।
☯कामदार - ठिकाने का पूरा मैनेजमेंट देखना।
☯ चरवाहदार - घोड़ो की देख भाल रखने वाला।
☯ फौजदार - ठिकाने का लो एंड आर्डर देखना।
☯ चोबदार - पर्सनल असिस्टेंस ठाकुर साब का।
☯ नाई - खाना serve करना पानी भरना आदि काम।
☯ आबदारखानादार - दारू का प्रोडक्शन और वितरण।
☯ दरोगा/ हजुरिये - ठाकुर साब के पर्सनल काम देखना।
☯ खासा रसोददार - Royal family के लिए खाना बनाने वाला।
☯ दाईमाँ - गुजर जाति की बुजुर्ग महिला जो जनाने में रहती थी।
☯ डोडीदार - जनाना और मरदाना डोडीयो का ध्यान रखने वाला।
☯ ढोलनिया /दमामी : जनाने में रहकर छोटे –मोटे काम करती थी।
☯ जज - ठाकुर साब के नहीं होने पर मुकदमो के फैसले करने वाला।
☯ डावडीया : जनाने में Royal Family की लेडीज का पर्सनल काम देखना।
☯ बारगी रसोड़दार - बाकि के स्टाफ और लोगो के लिए खाना बनाने वाला।
☯ खीलीखानेदार - उंट का सामान और टेंट के सामान का ध्यान रखने वाला।
☯ हवालदार - पट्टे के हर गाँव का हवालदार होता था ,जो हवाले का काम देखता था।
☯ छड़ीदार - सोने की छड़ी वाला सुपीरियर होता था ,चांदी की छड़ी रखने वाला जूनियर होता था।
☯ वकील - All legal work, legal एडवाइजर ठिकाने के मुक़दमे, कागज़ आदि को स्टेट में पेश करना।
☯ धाभाई - बाहर दरीखाने में आये मेहमान और मिलने आये लोगो को पानी पिलाना ,अमल ,चिलम की मनवार करनी आदि काम।
☯ गाँव भाम्बी - गाँव के लोगो तक ठाकुर साब का सन्देश.आदेश पहूचना, ठिकाने के बेगार के काम करवाने के लिए मजदुर लाना।
☯ कनवारिया - चार दिशा की ज़मीनों के चार अलग अलग कनवरिया होते थे जो ये देखते थे की कोई ठिकाने की ज़मीनों में बिगाड या चोरी तो नहीं कर रहा है।
☯ भिस्ती - गढ़ में और ठाकुर साब के अपने गाँव में बाहर निकलने पर आगे आगे पानी का छिडकाव करना ताकि मिट्ठी ना उड़े।